दिल्ली की मंत्री आतिशी ने मंगलवार को पड़ोसी राज्य हरियाणा पर राष्ट्रीय राजधानी को दिए जाने वाले पानी के मामले में झूठ बोलने का आरोप लगाया। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब दिल्ली इस गर्मी में पानी की भारी कमी से जूझ रही है।
आतिशी ने एक ब्रीफिंग में कहा, “हरियाणा अपने द्वारा छोड़े गए पानी के बारे में झूठ बोल रहा है। हरियाणा सरकार के आंकड़े बताते हैं कि 1 मई से 22 मई तक उन्होंने सीएलसी (कैरियर लाइन चैनल) के लिए 719 क्यूसेक और डीएसबी (दिल्ली सब-ब्रांच) में 330 क्यूसेक पानी छोड़ा है, जैसा कि सुप्रीम कोर्ट में पेश किए गए हलफनामे में बताया गया है।”
पीटीआई ने उनके हवाले से बताया, “कुल मिलाकर, 1 मई से 22 मई तक 1049 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। लेकिन, 23 मई से आपूर्ति में गिरावट शुरू हो गई, यह 719 क्यूसेक और 309 क्यूसेक से घटकर 675 क्यूसेक और 283 क्यूसेक हो गई।”
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एएनआई के अनुसार आतिशी ने कहा, “7 जून से 10 जून के बीच भी हरियाणा ने मुनक नहर की दोनों उप-नहरों में कम पानी छोड़ा। सुप्रीम कोर्ट को दिए गए आंकड़ों से यह पता चलता है। दिल्ली पहुंचते-पहुंचते हरियाणा द्वारा छोड़ा गया पानी और भी कम हो जाता है। हम कल सुप्रीम कोर्ट में ये सारे आंकड़े भी पेश करेंगे। हमने सुप्रीम कोर्ट में एक अतिरिक्त हलफनामा दाखिल किया है। मैं इस बारे में हरियाणा के सीएम को एक पत्र भी लिखूंगी।”
दिल्ली सरकार ने बार-बार हरियाणा पर राजधानी को कम पानी छोड़ने का आरोप लगाया है। आतिशी ने सोमवार को कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शहर की सरकार को आश्वासन दिया है कि वह हरियाणा सरकार से बात करके सुनिश्चित करेंगे कि राष्ट्रीय राजधानी के हिस्से का 1,050 क्यूसेक पानी मुनक नहर में छोड़ा जाए। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में हरियाणा भवन पर विरोध प्रदर्शन भी किया था।